एक चट्टान में समाया हुआ है पृथ्वी के महासागरों से तीन गुना अधिक पानी, वैज्ञानिकों ने जमीन से 643 किमी. नीचे खोजा यह बड़ा महासागर, चट्टानें फटी तो डूब जाएगी दुनिया
एक चट्टान में समाया हुआ है पृथ्वी के महासागरों से तीन गुना अधिक पानी, वैज्ञानिकों ने जमीन से 643 किमी. नीचे खोजा यह बड़ा महासागर, चट्टानें फटी तो डूब जाएगी दुनिया
नई दिल्ली।
दुनिया में न जाने कितने रहस्य छिपे हैं, जो परत दर परत निकल कर सामने आते हैं। हाल ही में भू भौतिकी वैज्ञानिकों ने जमीन से 643 किमी. नीचे एक चट्टान के अंदर बहुत बड़े महासागर की खोज की है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इन चट्टानों ने इतना पानी सोख रखा है कि अगर वह निकाला जाए तो पृथ्वी पर मौजूद महासागरों के पानी से भी तीन गुना अधिक पानी निकल आएगा। इस चट्टान का नाम वैज्ञानिकों ने रिंगवुडाइट बताया है।
इस खोज में शामिल रहे भू भौतिकीविद स्टीव जैकबसन के दावे के अनुसार यह चट्टान एक मेटल रॉक है जिसके अंदर एक परंपरागत स्पंज जैसी अवस्था में पानी सोखने करने की क्षमता है। इस चट्टान के अंदर पानी न तो ठोस, न ही तरल और न ही गैस फॉर्म में है। यह कोई अनोखी चौथी चीज है। उनके अनुसार यह चट्टान कुछ खास है जो कि हाइड्रोजन को आकर्षित करती है और पानी को खुद में सोखने देती है। उनकी माने तो इन खनिज चट्टानों में मात्र एक फीसदी पानी है। उनके शोध के अनुसार पृथ्वी की सतह के नीचे महासागरों की तुलना में तीन गुना ज्यादा पानी मौजूद है।
ऐसे हुई खोज
स्टीव के अनुसार वैसे तो दशकों से लापता हुए गहरे पानी की खोज लंबे समय से चल रही थी। लेकिन इन चट्टानों का पता तब चला जब भूकंपमापी से पृथ्वी की सतह के नीचे शॉक वेव कैच कर रहे थे। तो उन शॉक वेव में पानी की स्थिति के बारे में पता चला और तब जमीन से 643 किमी. नीचे इन चट्टानों को खोजा जा सका। इन चट्टानों के अध्ययन से पता चला कि इसमें पानी रूका हुआ है। अगर यह चट्टाने फटीं तो पृथ्वी पर मौजूद महासागरों से भी अधिक पानी इस पृथ्वी पर आ जाएगा और इससे दुनिया डूब जाएगी।
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